तालाब निर्माण में लाखों का गबन,सरपंच पति की तानाशाही,अधिकारियों की मिलीभगत उजागर।
शहडोल।जिले के ब्यौहारी अनुविभाग अंतर्गत
ग्राम पंचायत तेंदुआढ मे शासकीय योजनाओं में जमकर भ्रष्टाचार कर शासकीय राशि का गबन किया जा रहा है,आरोप है कि सरपंच पति के द्वारा अधिकारियों की मिलीभगत से हितग्राही मूलक योजनाओं सहित निर्माण और विकास कार्यों में जमकर पलीता लगाया जा रहा है,
कागजों में बन गए तालाब
ग्राम पंचायत के उपसरपंच ने तीन लघु तालाब अपने परिजनों के नाम स्वीकृति कराए लेकिन एक का निर्माण हुआ बाकी कागजों में बन गए राशि का गबन कर लिया गया,हितग्राही कल्लू कोल पिता छोटे कोल का लघु तालाब पास करवा के ₹197444 डकार गए,जिसमे कल्लू कोल के खेत मे 65 घंटा मशीन चला है,और लगभग 14000 रुपये हितग्राही के लोगो के खाते मे प्राप्त हुआ है, बांकी पैसे सरपंच,सचिव ओमप्रकाश दुवेदी उपसरपंच राजेंद्र प्रसाद पटेल और वार्ड पंच प्रभा पटेल के पति मंगलेश पटेल और इंजिनियर रसूद्दीन खान समेत मिली भगत से कल्लू कोल का पैसा डकार गए,
नहीं हुई ग्राम सभा की बैठक
15 अगस्त को ग्राम पंचायत तेंदुआढ में ग्राम सभा का आयोजन करना था लेकिन,नहीं किया गया, जहां सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों को देनी थी. साथ ही ग्राम पंचायत में विकास कैसे करें, इस पर चर्चा होनी थी. मगर ग्रामीणों को जब कुछ मामलों पर सवाल उठाने थे तो ग्राम सभा ही नहीं लगाए, क्यों की पंचायत के पास स्पस्ठ जवाब नहीं था.
निर्माण कार्यों में जमकर घोटाला।
पप्पू साहू उर्फ़ ओमप्रकाश साहू ने बताया की मुझे पंच प्रभा पटेल के पति मगलेश पटेल ने जवर दस्ती सोकता पिट का गड्ढा खानवाया और बोला की 15दिन मे आपका पैसा निकल जायेगा फिर उसके बाद चाहे तो आप उसे पाट देना, तो हमने आपने घर का गेहूं चावल बेंचकर के उसमे काम चालू करवाया, आये दिन अभी तक उसका काम नहीं हुआ और मेरा पंद्रह हजार रुपये डकार गया,
प्रधानमंत्री आवास योजना सर्वे घोटाला
ग्राम पंचायत तेंदुआढ मे हो रहे आवास सर्वे मे सभी गरीवी से 1000-1000 हजार रुपये प्रति हितग्राहियो से वसिली किये,
फर्जी बिल लगाकर निकाल ली राशि।
पंचायत के द्वारा लगाए गए बिलों में भारी मात्रा में गड़बड़ी पाई गई है.कई बिल ऐसा भी है जिसमें पंचायत सचिव ओमप्रकाश दुवेदी SBM कम्प्यूटर और मंसूरी इंटरप्राइजेस के दुकान से आपनी का काम करा रही है, जो सीमेंट, गिट्टी,बोल्डर, बिल्डिंग मटेरियल सप्लाई का काम करती है. जब की पंचायत तेंदुआढ मे दो -दो लैपटॉप,मोबाइल, प्रिंटर पंचायत के पैसे से बिल लगा के ली गयी है, दूसरी तरफ, तेंदुआढ पंचायत भवन के पास घाट निर्माण हुआ जो सिर्फ कागजो मे पूरी है और रियल मे आज भी अधूरा बना है।
(ब्यूरो रिपोर्ट ब्यौहारी)
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