कटनी में मिला बांग्लादेशी नाबालिक,पुलिस ने BSF की मदद से वापस बांग्लादेश छोड़ा।
बांग्लादेश के ढाका से एक 15 वर्षीय नाबालिग भारत की सीमा लांघकर देश में दाखिल हो गया। चौंकाने वाली बात यह है कि यह नाबालिग पिछले एक महीने से कटनी रेलवे स्टेशन पर भीख मांगकर जी रहा था, जिसे पुलिस ने हाल ही में अपनी सर्चिंग के दौरान हिरासत में लिया
पुलिस पूछताछ में नाबालिग ने खुलासा किया कि वह ढाका के गाजीपुर का रहने वाला है। पिता लॉरी ड्राइवर हैं और दुर्घटना के बाद घर में आर्थिक तंगी थी। इसी दौरान उसके एक दोस्त ने भारत में काम दिलाने और 40 हजार रुपए कमाने का झांसा दिया। दोनों नाबालिग ट्रेन पकड़कर बांग्लादेश के चापई नवाबगंज स्टेशन पहुंचे, फिर रेल पटरियों के किनारे-किनारे चलकर सीमा तक पहुंचे। वहां एक लोहे का गेट फांदकर बीएसएफ की नजरों से बचते हुए भारत में प्रवेश कर लिया। सीमा के पास खंडहर में रात गुजारने के बाद वे कोलकाता पहुंचे, जहां आपसी विवाद के चलते एक नाबालिग वापस लौट गया। जबकि दूसरा वहीं एक होटल में काम करने लगा। करीब 9 महीने बाद वह काम छोड़कर वापसी की योजना बनाने लगा, लेकिन रास्ता भटकते हुए भोपाल और फिर कटनी पहुंच गया।
एडिशनल एसपी संतोष डेहरिया ने बताया कि यह नाबालिग पिछले एक महीने से कटनी रेलवे स्टेशन पर रह रहा था और भीख मांगकर अपना गुजारा कर रहा था। रात में भी प्लेटफॉर्म पर ही सो जाता था। पुलिस की अवैध नागरिकों की सर्चिंग के दौरान पकड़े जाने पर उसके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं मिला।प्रारंभिक जांच के बाद उसे होल्डिंग सेंटर में रखा गया। इसके बाद पुलिस मुख्यालय भोपाल और विदेश मंत्रालय को सूचित कर प्रक्रिया पूरी की गई। नाबालिग को पश्चिम बंगाल के जिला नदिया स्थित 32वीं बटालियन बीएसएफ के सुपुर्द किया गया, जहां से उसे बांग्लादेश सरकार को सौंप दिया गया।
(ब्यूरो रिपोर्ट कटनी)


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