जेल में कैद बंदी सीख रहे पूजा पाठ की पद्धति,जेल अधीक्षक का नवाचार।
Prisoners in jail are learning the method of worship, an innovation by the jail superintendent.
उमरिया जिला जेल में बंदियों को पूजा पाठ की पद्धति सिखाई जा रही है जेल अधीक्षक डी. के. सारस ने बताया कि बंदियों को सकारात्मक विचार रखने एवं सुधार की भावना को दृष्टिगत रखते हुए 7 दिवसीय जन पुरोहित प्रशिक्षण प्रारंभ हो गया है।सरल और सर्वाेपयोगी हवन,पूजा,पाठ मंत्रोच्चारण के साथ सरल पूजा की विधि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गुरु ईश वंदना, मंत्र, साधनादि पवित्रीकरण मंत्र, मंगलाचरण मंत्र, आचमन मंत्र, शिखावंदन मंत्र, प्राणायाम, न्यास, पृथ्वी पूजनम, संकल्प मंत्र, यज्ञोपवीतधारणम मंत्र, चंदन धारणम मंत्र, रक्षासूत्र मंत्र, कलशपूजन एवं कलश प्रार्थना मंत्र, दीप पूजनम, देवाहनम, षोडशोपचार पूजनम, स्वास्ति वाचनम, रक्षाविधानम, अग्निस्थापनम मंत्र, गायत्री स्तवनम मंत्र, अग्नि प्रदीपनम, समिधाधानम, जलप्रसेचनम, अज्याहुतिः, गायत्री मंत्राहुतिः, महामृत्युंजय मंत्राहुति, स्विष्टकृतहोम (प्रायश्चित आहुति), देवदक्षिणा पूर्णाहुतिः, वसोर्धारा, नीराजनम-आरती, घृतावर्घाणाम, भस्मधारणम, क्षमा प्रार्थना, साष्टांगनमस्कार, शुभकामना, पुष्पांजलिः शांति-अभिषिचनम, सूर्यार्ध्यदानम, प्रदक्षिणा, विसर्जनम, गायत्री आरती, यज्ञमहिमा, गुरुवंदना युगनिर्माण, सत्संकल्प नारे, त्यागने योग्य दुष्प्रवृत्तियां, अपनाने योग्य सत्प्रवृत्तियां बताकर मंत्र उच्चारण करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इससे बंदियों में मानसिक शांति एवं सुधार की भावना परिलक्षित हुई है।
इस कार्य को गायत्री परिवार उमरिया के वरिष्ठ साधक श्री मनोज विश्वकर्मा द्वारा 07 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस कार्यक्रम में स्वयं जेल अधीक्षक डी. के. सारस, ड्यूटीरत प्रहरी सुधाकर पटेल एवं अन्य अधिकारी/कर्मचारी सम्मिलित होकर लाभांवित हो रहे है।
-Bruro report


0 टिप्पणियाँ