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मजबूर पिता फीस नहीं भर पाया तो स्कूल प्रबंधन ने छात्रों को परीक्षा हाल से निकाला,स्कूल प्रबंधन की मनमानी,शिक्षा के अधिकार को चुनौती।

मजबूर पिता फीस नहीं भर पाया तो स्कूल प्रबंधन ने छात्रों को परीक्षा हाल से निकाला,स्कूल प्रबंधन की मनमानी,शिक्षा के अधिकार को चुनौती।

When the helpless father was unable to pay the fees, the school management removed the students from the examination hall; this is the arbitrariness of the school management and a challenge to the right to education.



उमरिया जिले में फीस न जमा होने पर कक्षा पांचवीं के दो भाई बहन छात्रों को स्कूल प्रबंधन ने परीक्षा से किया बाहर,छात्रों के साथ पिता ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जनसुनवाई में कार्यवाही के लिए दिया आवेदन,सीईओ जिला पंचायत का बयान करेंगे कार्यवाही,मानपुर जनपद क्षेत्र के ग्राम रक्शा का मामला।

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उमरिया जिले में शिक्षा जगत को शर्मशार करने का मामला सामने आया है,जहां फीस न जमा होने के कारण निजी विद्यालय ने कक्षा पांचवीं में पढ़ रहे भाई बहन छात्र अंश वर्मा एवं उसकी बहन को परीक्षा केंद्र से बाहर निकाल दिया है, छात्रों के पिता बिजेंद्र कुमार वर्मा निवासी ग्राम रक्सा जनपद क्षेत्र मानपुर अपने बेटे और बेटी को लेकर जिला मुख्यालय में आयोजित जनसुनवाई में पंहुचा और कलेक्टर को आवेदन सौंपकर न्याय की गौहर लगाई है।

मीटिंग में व्यस्त DPC
जनसुनवाई के दौरान जब एक पिता अपने बालकों को परीक्षा से वंचित कराने पर न्याय कि गुहार लगा रहा था उसी दौरान सर्व शिक्षा अभियान के परियोजना समन्वयक को मीडिया कर्मियों ने इस मामले की जानकारी देनी चाही लेकिन उन्होंने मीटिंग में होने कि व्यस्तता बताकर पल्ला झाड़ दिया बात में पता चला कि कोई ऑफिशियल मीटिंग तो बुलाई ही नहीं गई थी।

मध्यप्रदेश की मोहन सरकार का दावा है कि निजी विद्यालयों की मनमानी पर अंकुश लगाया गया है और किसी भी छात्र या छात्रा को फीस न देने के कारण परीक्षा,शिक्षा,अंकसूची या टीसी से वंचित नहीं होना पड़ेगा,लेकिन उमरिया जिले के ग्राम राकशा स्थित निजी विद्यालय प्रबंधन की करतूत ने सरकार के दावों पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है वहीं कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष ने भी इस मामले में भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं, हालांकि जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने मामले में जांच और कार्यवाही दोनों की बात कही है।

हवा में कलेक्टर के आदेश
उमरिया जिले में निजी विद्यालयों की मनमानी को रोकने के लिए कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने जिला स्तर पर मॉनिटरिंग सेल का गठन किया गया था बावजूद इसके निजी विद्यालयों की मनमानी के कारण सुदूर अंचल के दो छात्र जिन्हें परीक्षा हाल में होना था वे कलेक्ट्रेट परिसर ने शिक्षा के लिए संघर्ष करते देखे जा रहे हैं।
(ब्यूरो रिपोर्ट उमरिया)

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