22 सासंदों के फर्जी साइन कर सख्श ने भरा उपराष्ट्रपति पद का नामांकन,ऐसे आया सच सामने।
दिल्ली।उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया के दौरान पता चला कि एक शख्स ने 22 सांसदों को प्रस्तावक और समर्थक बनाया है। उसने सभी सांसदों के नकली साइन कर लिए थे।
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया के बाद एक बड़ा फ्रॉड सामने आया है। केरल के एक शख्स ने 22 सांसदों के नकली साइन की बदौलत नामांकन दाखिल कर दिया। हालांकि बाद में सच सामने आ गया और उसका नामांकन रद्द कर दिया गया। जैकब जोसेफ नाम के शख्स ने 22 लोकसभा सांसदों के समर्थन का दावा किया था। बाद में पता चला कि जिन सांसदों के नाम का जिक्र उसने किया है, उन्हें जैकब के बारे में कुछ पता ही नहीं है।
कई सांसदों ने पुष्टि की है कि उन्होंने जैकब के नामांकन पत्र पर साइन नहीं किए। बता दें कि उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 21 अगस्त थी। कुल 46 प्रत्याशियों ने 68 नामांकन पत्र दाखिल किए थे। इनमें से शुरुाती चरण में ही 28 के नामांकन रद्द कर दिए गए। बाकी 27 कैंडिडेट्स के 40 नामंकनों की स्क्रूटनी 22 अगस्त को की गई।
स्क्रूटनी के बाद के दो प्रत्याशियों के चार नामांकन पत्रों को ही सही पाया गया। ये दोनों नामांकन एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन और विपक्ष के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी के हैं। वहीं जैकब जोसेफ नाम के शख्स का नामांकन पत्र चर्चा का विषय बन गया,पता चला कि बिना सांसदों की जानकारी के ही नामांकन पत्र पर नकली साइन बना लिए गए थे।
शक की सूई तब घूमी जब नामांकन पत्र में वाईएसआरसीपी सांसद मिधुन रेड्डी के भी साइन देखे गए,हालांकि रेड्डी इस वक्त जेल में हैं,मामला राज्य सभा के सेक्रेटरी के सामने लाया गया। इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होनी है, इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है। बता दें कि 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पूर्व राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दे दिया था। अब चुनाव आयोग उपराष्ट्रपति चुनाव करवाने जा रहा है। 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान होना है। इसी दिन परिणाम भी घोषित किए जाएंगे।
(ब्यूरो रिपोर्ट दिल्ली)

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