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₹57 करोड़ से अधिक का घोटाला,वर्तमान सहित पूर्व के तीन सीएमओ निलंबित,नगरीय प्रशासन विभाग की बड़ी कार्यवाही।

₹57 करोड़ से अधिक का घोटाला,वर्तमान सहित पूर्व के तीन सीएमओ निलंबित,नगरीय प्रशासन विभाग की बड़ी कार्यवाही।



शिवपुरी नगर पालिका में 57 करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है,जिसमें वर्तमान और दो पूर्व मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) शामिल हैं. इन तीनों अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है और उन पर जांच बैठाई गई है.


शिवपुरी ।जिला मुख्यालय की नगर पालिका में एक के बाद एक सनसनीखेज खुलासे और राजनीतिक विवाद के चलते अब सबसे बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है. इस मामले में नगर पालिका के वर्तमान और दो पूर्व सीएमओ को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही उन पर जांच बैठाई गई है. इतना ही नहीं नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा पर भी कार्रवाई का शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है. जांच में पता चला है कि नगर पालिका में पिछले तीन वर्षों में अलग-अलग तीन सीएमओ ने अपने कार्यकाल में फाइलों में घपलेबाजी कर 57 करोड़ रुपये से ज्यादा का घोटाला किया है.यह घोटाला तब उजागर हुआ, जब 18 पार्षदों ने नगर पालिका अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया था

नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग भोपाल के कमिश्नर संकेत भौंडवे ने तीनों सीएमओ के खिलाफ कार्रवाई के लिए जांच का आदेश दिया है. इनमें वर्तमान सीएमओ इशांत धाकड़ के अलावा पूर्व सीएमओ केशव सगर और शैलेश स्वास्थ्य शामिल हैं.

नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा पर भी खतरे के बादल


शिवपुरी जिला कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी पिछले दिनों नगर पालिका की जांच करते हुए एक और जांच रिपोर्ट तैयार की थी. इस रिपोर्ट में नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा को भी दोषी पाया गया है. उन पर भी जल्द कार्रवाई की संभावना है. जांच में पता चला कि 2022 से अब तक 743 कार्य स्वीकृत किए गए. इन कार्यों की कुल लागत 54.80 करोड़ रुपये थी. रिपोर्ट में सामने आया है कि इस दौरान खूब गड़बड़ी की गई.


ठेकेदारों को भुगतान करने में गड़बड़ी


कई काम या तो अधूरे हैं या शुरू ही नहीं हुए हैं. साथ ही साथ भुगतान में भी बड़ी गड़बड़ियां मिलीं हैं. जांच में सामने आया कि कुछ ठेकेदारों को एक-दो माह में भुगतान कर दिया गया. वहीं, कई ठेकेदार लंबे समय से भुगतान के लिए चक्कर काट रहे हैं. परिषद और पीआईसी की बैठकों में वित्तीय स्थिति की अनदेखी की गई ।
(ब्यूरो रिपोर्ट शिवपुरी)


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