क्षिप्रा नदी में गिरी कार, थाना प्रभारी का शव मिला,लेडी कॉन्स्टेबल और सब-इंस्पेक्टर की तलाश जारी।
Car fell into Kshipra river, body of station in-charge found, search for lady constable and sub-inspector continues.
उज्जैन में बड़ी घटना सामने आई है. यहां शिप्रा नदी पर बने बिना रैलिंग वाले पुल पर रात में एक कार नदी में जा गिरी. रात में रेस्क्यू हुआ, लेकिन कार का पता नहीं चला. आज सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन दोबारा शुरू हुआ तो उन्हेल थाना प्रभारी अशोक शर्मा का शव बरामद हुआ है. उनके साथ कार में सवार दो अन्य पुलिसकर्मी अब भी लापता हैं.
मध्य प्रदेश के उज्जैन में बड़ा हादसा हुआ है। यहां रात को क्षिप्रा नदी में एक तेज रफ्तार कार गिर गई, जिसके निकालने की कोशिश रात से ही की जा रही थी। हालांकि तेज बहाव और अंधेरा होने की वजह से कामयाबी नहीं मिल पाई। अब एक पुलिसकर्मी का शव बरामद किया गया है।
बताया गया कि कार में पुलिसकर्मी सवार थे, जो एक केस के सिलसिले में सफर कर थे। कार में एक थाना प्रभारी, एक SI और एक महिला कांस्टेबल सवार थे। कार अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरी। बारिश की वजह से नदी पूरे उफान पर है, ऐसे में रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी आ रही है।
उज्जैन के एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया, "एक पुल पर एक सफेद कार के नदी में गिरने की सूचना मिली है... पानी का बहाव तेज़ है, जिससे यह पता लगाना मुश्किल हो रहा है कि उसमें कितने लोग थे
मध्य प्रदेश के उज्जैन में बड़ा हादसा सामने आया है. यहां शिप्रा नदी के पुल से बीती रात एक कार नीचे जा गिरी. लोगों को पता चला तो सूचना तुरंत पुलिस को दी गई. जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जायजा लिया. रात में रेस्क्यू के दौरान कार के बारे में कुछ भी पता नहीं चल सका. आज सुबह जब दोबारा रेस्क्यू शुरू हुआ तो उन्हेल थाना प्रभारी अशोक शर्मा का शव बरामद किया है.
जानकारी के अनुसार, यह हादसा उस समय हुआ, जब थाना प्रभारी अशोक शर्मा दो अन्य पुलिसकर्मियों के साथ उज्जैन से उन्हेल लौट रहे थे. कार नदी में कैसे गिरी, यह अभी साफ नहीं हो पाया है, लेकिन घटना ने पूरे पुलिस महकमे को सदमे में डाल दिया है.
दरअसल, उन्हेल थाना प्रभारी एक केस की जांच के लिए शनिवार को उज्जैन आए थे. उनके साथ सब-इंस्पेक्टर मदनलाल और महिला कॉन्स्टेबल आरती पाल भी मौजूद थीं. देर शाम तीनों लौट रहे थे कि उनकी कार शिप्रा पुल के पास अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरी. घटना के बाद से ही तीनों के बारे में कुछ भी पता नहीं चल पा रहा था. मोबाइल फोन भी बंद थे और उनकी आखिरी लोकेशन शिप्रा पुल के आसपास की मिली. इसके बाद रेस्क्यू शुरू हुआ.
(ब्यूरो रिपोर्ट उज्जैन)


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