एमपी में बदलेगा निकाय चुनाव का सिस्टम, लोग सीधे चुनेंगे नपा अध्यक्ष,स्क्रैपिंग पर भी फैसला
मध्य प्रदेश सरकार की मंत्रिपरिषद ने मंगलवार को कई बड़े निर्णय लिए। कैबिनेट ने मध्य प्रदेश नगरपालिका अधिनियम, 1961 में संशोधन करके नगर पालिकाओं या नगर परिषदों के अध्यक्ष पद के लिए प्रत्यक्ष चुनाव कराने का निर्णय लिया।
भोपाल।मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को मंत्रिपरिषद की बैठक में कई बड़े निर्णय लिए गए। कैबिनेट ने मध्य प्रदेश नगरपालिका अधिनियम, 1961 में संशोधन करके नगर पालिकाओं या नगर परिषदों के अध्यक्ष पद के लिए प्रत्यक्ष चुनाव कराने का निर्णय लिया। यही नहीं वाहनों की स्क्रैपिंग को बढ़ावा देने के लिए बीएस-1 और बीएस-2 मानकों के अनुरूप वाहनों को जारी किए गए जमा प्रमाण पत्र के आधार पर रजिस्टर होने वाले नए वाहनों पर वेहिकिल टैक्स में 50 फीसदी की छूट संबंधी प्रस्ताव पर भी मुहर लगाई।
1. अब जनता सीधे चुनेगी नगर पालिका अध्यक्ष
कैबिनेट ने यह तय किया है कि अब नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव सीधे जनता करेगी। इसके लिए एक अध्यादेश को मंजूरी दे दी गई है। कैबिनेट ने मध्य प्रदेश नगर पालिका (संशोधन) अध्यादेश 2025 को मंजूरी दी है। शहरी विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि यह फैसला आने वाले चुनावों के लिए लिया गया है ताकि उम्मीदवार अभी से तैयारी कर सकें।
2014 तक सीधी वोटिंग से चुने जाते थे नगर पालिका अध्यक्ष
बता दें कि मध्य प्रदेश में नगरीय निकायों के अध्यक्षों का चुनाव 1999 से 2014 तक मतदाता सीधे मतदात से करते थे। लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण 2019 में कोई चुनाव नहीं हो सका। बाद में साल 2022 से सरकार ने नगर पालिका अध्यक्षों का चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली के जरिए कराती थी।
2. पुराना वाहन स्क्रैप करने पर टैक्स में 50 फीसदी की छूट
अब जो लोग अपने पुराने वाहन (BS-1 और BS-2 कैटेगरी) को स्क्रैप करवाएंगे, उन्हें वेहिकिल टैक्स में 50 फीसदी की छूट मिलेगी। यह फैसला पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के लिए लिया गया है। स्क्रैप करने वाली संस्थाओं को अब 'इंडस्ट्री' का दर्जा मिलेगा।,
मनाया जाएगा स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा
बैठक में प्रधनमंत्री मोदी के जन्मदिवस पर 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता ही सेवा की थीम पर सेवा पखवाड़ा मनाया जाएगा। अभियान के दौरान रक्तदान शिविर लगाने सहित स्वच्छता से जुड़े कार्यक्रम होंगे। शहरी और ग्रामीण इलाकों में अस्वच्छ क्षेत्रों की पहचान कर उन्हें स्वच्छ बनाया जाएगा। पखवाड़े के अंतर्गत एक पेड़ मां के नाम और मां की बगिया के अंतर्गत पौधरोपण किया जाएगा। नए नमो पार्क, नमो बाग, नमो वन, नमो उपवन बनाए जाएंगे। सफाई मित्र सुरक्षा शिविर भी आयोजित किए जाएंगे। 27 सितंबर को नमो मैराथन होगी। विकास मेले और प्रदर्शनी के अलावा विद्यार्थियों की प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी।
(ब्यूरो रिपोर्ट भोपाल)
0 टिप्पणियाँ