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VIDEO:रेस्क्यू वाहन से निकलते ही जंगल की ओर भागा,आधी रात जंगल में छोड़ा गया जंगली हाथी।

VIDEO:रेस्क्यू वाहन से निकलते ही जंगल की ओर भागा,आधी रात जंगल में छोड़ा गया जंगली हाथी।


As soon as it got out of the rescue vehicle, it ran towards the forest. The wild elephant was released in the forest at midnight.





कॉलर आईडी के साथ BTR के जंगल में छोड़ा गया जंगली हाथी,कान्हा टाइगर रिजर्व से लाकर बांधवगढ़ में किया गया शिफ्ट,अनूपपुर में मानव जंगली हाथी द्वंद के बाद रेस्क्यू कर कान्हा टाइगर रिजर्व मंडला में रखा गया था हाथी।

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विश्वप्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में मंगलवार की देर रात एक जंगली हाथी को कॉलर आई डी के साथ जंगल में छोड़ा गया है यह जंगली हाथी बीते साल के अक्टूबर माह में अनूपपुर जिले में मानव जंगली हाथी द्वंद के बाद रेस्क्यू किया गया था और फिर उसे कान्हा टाइगर रिजर्व मंडला में रखकर उसका बिहेव स्टडी की जा रही थी,और अब उसे खुले जंगल में बांधवगढ़ में छोड़ा गया है।

उमरिया।बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व में जंगली हाथियों के संरक्षण एवं प्रबंधन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मंगलवार को कान्हा टाइगर रिजर्व मण्डला से बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया में एक जंगली हाथी को लाकर सेटेलाईट रेडियो कॉलर लगाकर खुले वनक्षेत्र में स्वच्छंद विचरण हेतु छोड़ा गया।
बता दें बीते 25 फरवरी 2024 में उक्त जंगली हाथी द्वारा अनूपपुर जिले में मानव-हाथी द्वंद की गंभीर घटना घटित हुई थी,मानव जीवन की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) भोपाल के आदेश के तहत बाँधवगढ़ एवं संजय टाइगर रिजर्व की संयुक्त रेस्क्यू टीम द्वारा हाथी को पकड़ा गया और इसके बाद इसे व्यवहार आकलन हेतु कान्हा टाइगर रिजर्व में कैप्टिविटी में रखा गया।
जंगली हाथी के व्यवहार एवं स्वास्थ्य का विस्तृत आकलन करने हेतु एक समिति का गठन किया गया। तत्पश्चात एलीफैंट एडवाइजरी कमेटी की आयोजित बैठक में पाया गया कि हाथी पूर्णतः स्वस्थ है तथा खुले वन क्षेत्र में छोड़े जाने योग्य है। समिति ने निर्णय लिया कि इसे रेडियो कॉलर लगाकर बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खुले वन क्षेत्र में, जंगली हाथियों के झुंड के समीप छोड़ा जाए।
निर्णय के परिपालन में प्रधान वन संरक्षक (वन्यप्राणी) एवं मुख्य वन अभिरक्षक, मध्यप्रदेश द्वारा अनुमति प्रदान की गई। आदेशानुसार कान्हा एवं बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व की संयुक्त टीम ने आज सफलतापूर्वक उक्त जंगली हाथी का परिवहन कर कान्हा से लाकर बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व में मुक्त कर दिया गया है। हाथी को पूर्व में ही दिनांक 4 सितंबर को कान्हा में ही रेडियो कॉलर कर दिया गया था।
इस पहल से न केवल जंगली हाथियों के संरक्षण एवं वैज्ञानिक प्रबंधन को बल मिलेगा, बल्कि रेडिसेयो कॉलरिंग के माध्यम से उनकी गतिविधियों की निगरानी भी सुनिश्चित की जा सकेगी। इससे भविष्य में मानव-हाथी द्वंद की स्थितियों को रोकने में भी मदद मिलेगी। इस कार्यवाही से अब बांधवगढ़ में रेडियो कॉलर युक्त हाथियों की संख्या 3 हो गई है।
(ब्यूरो रिपोर्ट)

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